How To Stay Healthy-कैसे स्वस्थ रहना है-
स्वस्थ रहना हर व्यक्ति चाहता है कुछ बातों को अपने जीवन में अपनाए स्वास्थ के साथ मानसिक संतुष्टि भी आपको प्राप्त होगी-वैसे मुफ्त की सलाह की कोई वैल्यू तो नहीं होती मगर क्या करे -हमारा भी दिल नहीं मानता है इसलिए हम जितनी भी पोस्ट लिखते है हमेशा ये सोच कर लिखते है -ये जरुरी नहीं मेरे लिखे पोस्ट को पढ़ कर सभी लोग मेरी बात मान ले- मगर यदि हमारी पोस्ट को पढ़ कर सिर्फ दो लोग ही अनुकरण करने लगते है तो समझता हूँ कि मेरी पोस्ट सार्थक है-
वैसे मेरे दिए प्रयोग से काफी लोगो को लाभ हुआ है लेकिन ये भी सच है कि कुछ लोगों को लाभ नहीं भी हुआ है तो इसका मतलब ये नहीं है -कि नुस्खे गलत है कुछ ऐसे कारण भी होते है जैसे -खान-पान और मौसम का भी फर्क होता है या फिर औषिधि निर्माण सही और शुद्धता से न किया गया हो-
आइये जानते है क्या करे और क्या न करे-
ईश्वर ने बिना टैक्स के जल वायु सूर्य रोशिनी आपको उपहार स्वरुप प्रदान की है जिसका लाभ आप नहीं लेते है तो दोष किसका? आप हर रात तांबे के लोटे में जल को ढक कर रक्खे और सुबह सूर्योदय से पूर्व ही टहलने जाए और ताज़ी हवा अवस्य ले ये सुबह की हवा भी किसी विटामिन से कम नहीं होती है फिर लौट कर तांबे के लोटे का रात का रक्खा हुआ जल सेवन करे- न कि आप बेड टी ले - पेट साफ़ होगा कब्ज नहीं होगा पेट संबधी रोगों से बचे रहेगे-बस आप एक माह कर के देखे और परिवर्तन महसूस करे-
आप जब भी खाना खाए जल्द बाजी में नहीं खाए भगवान् ने आपको दांत इसलिए दिए है कि भोजन को खूब चबा-चबा कर ग्रहण करे -लार ग्रन्थियों के रस से आपका भोजन का पाचन शीघ्र होगा और आपकी आंत को जादा मेहनत नहीं करनी होगी -तथा लाभ-एसिडिटी ,गैस ,अफारा,आँतों का प्रदाह आदि नहीं होगा-
यदि आप नियमित छ: दिन संतुलित भोजन करते है तो हफ्ते में एक दिन मनमानी वस्तुएं खा सकते है और अगर आप मनमानी ढंग से भोजन के आदी है तो फिर हफ्ते में एक दिन उपवास करे -मतलब अपनी मशीन को रेस्ट अवस्य ही एक दिन दे-आप स्वस्थ रहेगे-
कभी भी चेहरा व आँखे गर्म पानी से न धोएं न ही गर्म जल से गुदा या स्नान करना भी हानिकारक है हमेशा ताजे और ठन्डे जल का प्रयोग करे-
जब भी रात या दिन को सोयें पैर दक्षिण दिशा की तरफ न करे इससे दिल और दिमाक पर चुम्बकत्व प्रभाव पड़ता है बुरे स्वप्न आते है और शरीर का आयरन दिमाक और तलवे की तरफ चला जाता है सो के उठने पर दर्द की शिकायत भी होती है -
रोग की अवस्था में या बिमारी के प्रभाव से तुरंत मुक्त होने के बाद या फिर भोजन के तुरंत बाद या प्रात:काल और सूर्यास्त की बेला में विषय-भोग न करे ये बहुत ही हानिकारक है -
किसी से कोई भी बात गुप्त रखना है तो फिर कितना ही अभिन्न व्यक्ति दोस्त ,पत्नी, प्रेमिका हो किसी भी कीमत पे शेयर न करे -आज जो आपका प्रिय व्यक्ति है ये आज के जमाने में जरुरी नहीं वो आपका प्रिय ही रहेगा जब भी सम्बन्ध ख़त्म होगे -आपकी गुप्त बात फैलाने में वही व्यक्ति आगे होगा और फिर आपको जलालत होगी-
किसी को कटु वचन न कहे किसी का अपमान न करे अच्छे-और बुरा वक्त सभी का होता है उस समय का अपमान या कटु वचन आपको किसी भी परिस्थिति में दुःख भी दे सकता है-
आनंद जीवन में सभी के साथ शेयर करे और दुःख किसी को न बांटे वो तो आपके काटने से ही कटेगा -बेवजह दुःख किसी को देना उचित नहीं है -
अगर आप अपनी यौन शक्ति जीवन के अंत समय तक प्रदीप्त रखना चाहते है तो कामुक चिंतन से दूर रहे और सहवास हफ्ते में एक दिन ही उचित है दो बार तक चलेगा इसके बाद रोज -रोज करना आपको जल्द ही बुढापे की ओर अग्रसर ही करेगा -
दांत स्वस्थ रखना है तो सुबह मंजन करे मसूड़ों की मालिस के साथ और रात को ब्रश करके ही सोयें दिन भर के कीटाणु रात ब्रश के बाद समाप्त होगे -
कब्ज से बचे- साठ प्रतिशत रोग की जड़ कब्ज ही है - नकली सामान लेने से बचे चमक वाली चीज हो सकता है मिलावटी हो जो आपके सेहत के लिए नुकसान दायक हो-
Upcharऔर प्रयोग-
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