What is Leukoderma or Vitiligo
ल्यूकोडर्मा (Leukoderma) या विटिलिगो एक प्रकार का त्वचा का रोग है जिसमें त्वचा के रंग में सफेद चकते पड़ जाते हैं ल्यूकोडर्मा यानी की सफेद दाग के नाम से भी जानते है ये शरीर के जिस हिस्से में होता है उसी जगह सफेद रंग के दाग बनने लगते हैं धीरे-धीरे यह दाग बढ़ने लगते हैं यह दाग हाथों, पैरों, चेहरे, होठों आदि पर छोटे रूप में होते हैं फिर ये बडे़ सफेद दाग का रूप ले लेते हैं-
ल्यूकोडर्मा (Leukoderma) नामक संक्रामक रोग छोटे बच्चों को भी हो सकता है सफेद दाग का इलाज आयुर्वेद में उपल्ब्ध है अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है आयुर्वेद के अनुसार पित्त दोष की वजह से सफेद दाग की समस्या होती है आज समाज में यह लोगों में एक धारणा बन गई है कि यह कुष्ठ रोग है पर यह कुष्ठ रोग नहीं होता है और यह न तो कैंसर है और न ही किसी प्रकार का कोढ़ होता है-
सफेद दाग या श्वेत कुष्ठ एक त्वचा रोग है इस रोग के रोगी के बदन पर अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग आकार के सफेद दाग (Vitiligo) आ जाते हैं पूरे विश्व में दो से तीन प्रतिशत लोग इस रोग से प्रभावित हैं लेकिन इसके विपरीत भारत में इस रोग के शिकार लोगों का प्रतिशत चार से पांच है तथा राजस्थान और गुजरात के कुछ भागों में पांच से आठ प्रतिशत लोग इस रोग से ग्रस्त हैं शरीर पर सफेद दाग (Vitiligo) आ जाने को लोग इसे एक कलंक के रूप में देखने लगते हैं और कुछ लोग भ्रम-वश इसे कुष्ठ रोग मान बैठते हैं-
इस रोग से पीड़ित लोग ज्यादातर हताशा (Frustration) में रहते है उनको लगता है कि समाज ने उनको बहिष्कृत किया हुआ है इस रोग के एलोपैथी और अन्य चिकित्सा-पद्धतियों में इलाज हैं शल्य चिकित्सा से भी इसका इलाज किया जाता है लेकिन ये सभी इलाज इस रोग को पूरी तरह ठीक करने के लिए संतोषजनक नहीं हैं इसके अलावा इन चिकित्सा-पद्धतियों से इलाज बहुत महंगा है और उतना कारगर भी नहीं है-रोगियों को इलाज के दौरान फफोले और जलन पैदा होती है इस कारण बहुत से रोगी इलाज बीच में ही छोड़ देते हैं-
सफेद दाग (Vitiligo) जिसे कि आयुर्वेद में श्वेत कुष्ठ के नाम से भी जानते है एक ऐसी बीमारी है जिससे कोई भी व्यक्ति बचना चाहेगा इस बीमारी मैं व्यक्ति की त्वचा पर सफेद चकते बनने प्रारंभ हो जाते है और कई बार यह पूरे के पूरे शरीर पर फैल जाती है वैसे विटिलिगो नामक इस बीमारी का कुष्ठ रोग से कोई लेना देना नहीं है जहां कुष्ठ रोग का प्रमुख लक्षण ही त्वचा मैं संवेदना खत्म होना या सूनापन होना होता है वहीं त्वचा में से रंग का अनुपस्थित होना कभी कभार ही होता है बल्कि अधिकतर बार त्वचा सामान्य रंग की ही होती है सफेद चक्तों को दूर करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप अपनी जीवन शैली और खान पान में परिवर्तन लायें-
अधिक जानकारी के लिए इस वेबसाईट में दी गई ल्यूकोडर्मा (Leukoderma) या विटिलिगो की पूरी सीरिज को अवश्य ही पढ़े ताकि आप घर बैठे इसका सफल उपचार कर सकें-
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ल्यूकोडर्मा (Leukoderma) होने के कारण और लक्षण
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