What is the Benefit of Mamira
हिंदी में आयुर्वेद उपचार-Ayurveda treatment in Hindi
ममीरा (Gold Thread Cypress) हिमालय के क्षेत्र में पाया जाने वाला एक पौधा है इसकी पीली रंग की जड़ होती है इसे वचनागा भी कहा जाता हैं तथा इसके फूल मेथी के फूलों जैसे ही होते हैं आइये जानते है कि ममीरा के पौधे के क्या उपयोग है-
ममीरा (Gold Thread Cypress) के क्या लाभ है-
1- यदि आपकी आँखों में लाली हो या कम दीखता हो या फिर किसी प्रकार का कोई इन्फेक्शन (Infection) हो गया हो तो शुद्ध ममीरे की जड़ घिसकर आँख में आप अंजन कर सकते हैं इससे लाली दूर होकर या सभी इन्फेक्शन दूर होकर आँखों को बलवान करती है-
2- यदि आपके शरीर में अधिक कमजोरी हो तो ममीरा के साथ शतावर , मूसली और अश्वगंधा मिलाकर अवश्य लें-
3- यदि आपकी आँतों में या पेट में इन्फेक्शन (Infection) हो तो इसकी जड़ कूटकर रस या काढ़ा लें .
4- अगर आपके दांत में दर्द हो या फिर मुंह में घाव और छाले हो गये हों तो इसकी पत्तियां चबाएं इससे आपके मसूढ़े भी मजबूत होंगे-
5- शरीर में कहीं पर घाव हो तो इसकी पत्तियां कूटकर घाव को धोएं घाव में कुटी हुए पत्तियां लगा भी दें आश्चर्यजनक रूप से लाभ होगा-
6- जिन लोगों को बार बार बुखार आता हो तो इसकी जड़ , 1-2 काली मिर्च , तुलसी और लौंग मिलाकर काढ़ा बनाकर पीयें .
7- यदि आपको लीवर (Lever) की कोई भी समस्या है तो आप में सुबह शाम इसकी जड़ का काढ़ा लें-
8- यदि आपके चेहरे पर मुहासे हों और सब कुछ आजमा लिया हो तो इसकी जड़ घिसकर लगायें-
विशेष सूचना-
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