Make Coriander Detox Water
भारतीय भोजन शैली में धनिया का उपयोग बेहद महत्वपूर्ण माना गया है दाल व सब्जियों में जहां धनिया के बीजों को पीसकर मसाले के तौर पर इस्तेमाल करके भोजन पदार्थ की स्वाद और सुगंध बढ़ाई जाती है वही धनिया के पत्ते किसी भी डिश पर गार्निशिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है-
कोई भी शुभ कार्य में गुड और धनिया प्रसाद के तौर पर ग्रहण करने का रिवाज तथा मंदिरों में प्रसाद के रूप में पायी जाने वाली पंजीरी में भी धनिया का उपयोग पुरातन काल से किया जाता है-
धनिया बीज का हिम (Coriander Detox Water) बनाने के लिए आप धनिया के बीजो को रात को आठ से दस गुना पानी में भिगोकर 7 से 8 घंटे रख दें सुबह मसलके उसमें थोड़ी मिश्री मिलाकर पी सकते हैं आप चाहे तो उसे उबालकर भी पी सकते हैं अथवा एक कांच की बोतल या बड़े जग में औषधि मिलाकर पानी भरकर वह पानी पूरे दिन भी पी सकते हैं-
धनिया बीज का हिम (Coriander Detox Water) के लाभ-
1- धनिया बीज गुणों में पाचक, मूत्र वर्धक, पचने में हल्के , अग्नि प्रदीप्त करने वाले, पाचन बढ़ाने वाले, ज्वर को मिटाने वाले, रुचि उत्पन्न करने वाले, अतिसार को रोकने वाले, पित्त शामक मधुर तथा त्रिदोषनाशक माने गए हैं-
2- धनिया त्वचा रोग (Skin disease), जलन, दाह, उल्टी, श्वास रोग, खांसी, दुर्बलता (Weakness) तथा पित्त रोगों में बेहद हितकारी है पित्त प्रकोप तथा गर्मी से उत्पन्न समस्याओं में धनिया को बेहद हितकारी माना गया है महर्षि चरक ने धनिया को तृषा मिटाने वाला तथा सर्दी मिटाने वाला कहां है महर्षि सुश्रुत ने धनिया को ज्वरनाशक (Antipyretic), दीपक, तथा उल्टियों को बंद करने वाला औषध कहा है वाग्भट्ट के अनुसार धनिया ज्वर का नाश करता है-
3- गर्मियों में होने वाली पेट की जलन, छाले (Ulcers), गुदाद्वार की खुजली, गुदाद्वार की सूजन, त्वचा का खुरदुरा होना, गर्मी से आने वाला बुखार जैसी समस्या तथा लंबी बीमारी के बाद शरीर में संचित गर्मी को निकालने में धनिया बीज का हिम (Coriander Seeds Detox Water) बेहद उपयोगी माना गया है गर्मी में इसे नियमित पीने से लू लगना (Sunstroke), नाक से खून आना, तथा अरुचि जैसी समस्या दूर होती है यह गर्मी का बेहद उपयोगी औषधि माना गया है-
4- धनिया बीज को 6 से 7 घंटे तक पानी में भिगोकर रख कर बीजों को मसल कर उसमें शहद डालकर पीने से त्वचा रोग हीक्का रोग तथा डीहाइड्रेशन संबंधित समस्याएं कम होती है-
5- गर्मियों में अथवा बुखार में जब बार बार प्यास लगती है व गला सूखता है तब धनिया बीज और मिश्री को पानी में भिगोकर 6-7 घंटे रखकर व पानी ज्वर के रोगी को पिलाने से ज्वर की गर्मी से राहत मिलती है तथा शरीर का दाह कम होता है व शरीर को बल मिलता है-
6- 10 ग्राम धनिया तथा 10 ग्राम मिश्री को 10 गुना पानी में भिगोकर से 7 घंटे रखें उसके बाद उसे मसल कर उसमें एक चुटकी सौंठ डालकर पीने से आम दोष की वजह से आया हुआ ज्वर उतर जाता है-
7- धनिया बीज का हिम पीने से गर्मियों में होने वाली बेचैनी दूर होती है हाथ पैर की जलन दूर होती है तथा एसिडिटी में भी राहत मिलती है-
8- धनिया बीज का हिम थाइरोइड संबंधित समस्याओं को कम करता है तथा वजन कम करने में भी लाभदायक है-
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आसानी से उपलब्ध धनिया बीज तथा धनिया के पत्ते के औषधीय गुण भी प्रचुर है धनिया पाचक होने के साथ-साथ लीवर को सुचारू करने में मदद करता है वही धनिया के पत्ते मूत्रल याने मूत्र बढ़ाने वाला या मूत्र संबंधित समस्याओं को कम करने वाला होने के साथ-साथ किडनी के लिए बेहद लाभदायक है इसीलिए शरीर में किसी भी तरह की पथरी चाहे किडनी स्टोन हो, ब्लैडर स्टोन हो या पित्त की थैली की पथरी हो अगर शुरुआती दौर में धनिए के हिम नियमित सेवन किया जाए तो पथरी संबंधित समस्याओं में भी बेहद लाभ मिलता है-
धनिया बीज का हिम (Coriander Seeds Detox Water)-
धनिया बीज का हिम (Coriander Detox Water) बनाने के लिए आप धनिया के बीजो को रात को आठ से दस गुना पानी में भिगोकर 7 से 8 घंटे रख दें सुबह मसलके उसमें थोड़ी मिश्री मिलाकर पी सकते हैं आप चाहे तो उसे उबालकर भी पी सकते हैं अथवा एक कांच की बोतल या बड़े जग में औषधि मिलाकर पानी भरकर वह पानी पूरे दिन भी पी सकते हैं-
धनिया बीज का हिम (Coriander Detox Water) के लाभ-
1- धनिया बीज गुणों में पाचक, मूत्र वर्धक, पचने में हल्के , अग्नि प्रदीप्त करने वाले, पाचन बढ़ाने वाले, ज्वर को मिटाने वाले, रुचि उत्पन्न करने वाले, अतिसार को रोकने वाले, पित्त शामक मधुर तथा त्रिदोषनाशक माने गए हैं-
2- धनिया त्वचा रोग (Skin disease), जलन, दाह, उल्टी, श्वास रोग, खांसी, दुर्बलता (Weakness) तथा पित्त रोगों में बेहद हितकारी है पित्त प्रकोप तथा गर्मी से उत्पन्न समस्याओं में धनिया को बेहद हितकारी माना गया है महर्षि चरक ने धनिया को तृषा मिटाने वाला तथा सर्दी मिटाने वाला कहां है महर्षि सुश्रुत ने धनिया को ज्वरनाशक (Antipyretic), दीपक, तथा उल्टियों को बंद करने वाला औषध कहा है वाग्भट्ट के अनुसार धनिया ज्वर का नाश करता है-
3- गर्मियों में होने वाली पेट की जलन, छाले (Ulcers), गुदाद्वार की खुजली, गुदाद्वार की सूजन, त्वचा का खुरदुरा होना, गर्मी से आने वाला बुखार जैसी समस्या तथा लंबी बीमारी के बाद शरीर में संचित गर्मी को निकालने में धनिया बीज का हिम (Coriander Seeds Detox Water) बेहद उपयोगी माना गया है गर्मी में इसे नियमित पीने से लू लगना (Sunstroke), नाक से खून आना, तथा अरुचि जैसी समस्या दूर होती है यह गर्मी का बेहद उपयोगी औषधि माना गया है-
4- धनिया बीज को 6 से 7 घंटे तक पानी में भिगोकर रख कर बीजों को मसल कर उसमें शहद डालकर पीने से त्वचा रोग हीक्का रोग तथा डीहाइड्रेशन संबंधित समस्याएं कम होती है-
5- गर्मियों में अथवा बुखार में जब बार बार प्यास लगती है व गला सूखता है तब धनिया बीज और मिश्री को पानी में भिगोकर 6-7 घंटे रखकर व पानी ज्वर के रोगी को पिलाने से ज्वर की गर्मी से राहत मिलती है तथा शरीर का दाह कम होता है व शरीर को बल मिलता है-
6- 10 ग्राम धनिया तथा 10 ग्राम मिश्री को 10 गुना पानी में भिगोकर से 7 घंटे रखें उसके बाद उसे मसल कर उसमें एक चुटकी सौंठ डालकर पीने से आम दोष की वजह से आया हुआ ज्वर उतर जाता है-
7- धनिया बीज का हिम पीने से गर्मियों में होने वाली बेचैनी दूर होती है हाथ पैर की जलन दूर होती है तथा एसिडिटी में भी राहत मिलती है-
8- धनिया बीज का हिम थाइरोइड संबंधित समस्याओं को कम करता है तथा वजन कम करने में भी लाभदायक है-
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किसी भी लेख को पढ़ने के बाद अपने निकटवर्ती डॉक्टर या वैद्य के परमर्श के अनुसार ही प्रयोग करें- धन्यवाद।
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