How to Make Libido Enhancer Kandarp Pishti Kalp
पिछले लेख में हमने कंदर्प पाक के बारे में विस्तार से जाना तथा कंदर्प पाक कैसे बनाया जाए उसके बारे में भी विस्तृत जानकारी ली आज इस लेख में हम आपको कामेच्छा वर्धक कंदर्प पिष्टी कल्प (Kandarp Pishti Kalp) बनाने की विधि के बारे में तथा उसके सेवन से होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे-
कंदर्प पिष्टी कल्प (Kandarp Pishti Kalp) बनाने में बेहद आसान है तथा कामशक्ति घटना, वीर्य क्षीणता, वीर्य का पतला होना शरीर में आई हुई कमजोरी तथा नपुंसकता जैसी समस्याओं पर यह पाक बहुत ही लाभदायक है यह पाक उत्तम रसायन हैं तथा स्त्री, पुरुष, वृद्ध तथा बच्चों के लिए भी उत्तम स्वास्थ वर्धक औषधि हैं (मात्रा तथा अनुपान अलग-अलग है)-
कंदर्प पिष्टी कल्प (Kandarp Pishti Kalp) बनाने की विधि-
सामग्री-
उड़द की दाल- एक किलो
सफेद प्याज का रस- जरुरत के मुताबिक
गाय का घी- 100 ग्राम
बादाम- 100 ग्राम
पिस्ता- 100 ग्राम
इलायची- 30 ग्राम
जायफल- 20 ग्राम
केसर- 1 ग्राम
गुलाब की सुखी पंखुड़ियां- 50 ग्राम
मिश्री या शक्कर- 500 ग्राम
बनाने की विधि-
सबसे पहले आप उड़द दाल को पानी से अच्छी तरह धोकर सुखा कर फिर उसे प्याज के रस में भिगोकर रखें तथा 10 घंटे बाद दाल को छानकर धूप में सुखा लें फिर इसे वापस आप 10 घंटे के लिए प्याज के रस में भिगो दें और फिर निथार कर वापस धूप में सुखा लें आप यह क्रिया दस बार करें-
याद रहे जितनी ही ज्यादा बार आप दाल को प्याज के रस में भिगोयेगें कंदर्प पिष्टी कल्प (Kandarp Pishti Kalp) उतना ही ज्यादा लाभदायक तथा गुणकारी बनेगा-
जब आखरी बार दाल धूप में अच्छे से सूख जाए फिर इसे गाय के घी में अच्छी तरह गुलाबी होने तक हल्की आंच पर भून ले-
अब इसमें आप बादाम, पिस्ता, इलायची, जायफल, गुलाब की पंखुड़ियां इनको भी हल्का भूनकर फिर ठंडा करके इसका भी बारीक चूर्ण बना लें-
अब भुनी हुई दाल को अच्छे से पीस ले तथा उसमें उपरोक्त सारे चूर्ण अच्छे से मिला लें आपका कंदर्प पिष्टी कल्प (Kandarp Pishti Kalp) तैयार है-
सेवन विधि व लाभ-
1- एक चम्मच कंदर्प पिष्टी कल्प या 5 से 7 ग्राम की मात्रा में गुनगुने दूध के साथ चांदी के गिलास में पीने से नपुसंकता (Impotence), वीर्य क्षीणता, धातु दौर्बल्य (Debility) जैसे रोग दूर होते हैं तथा कामशक्ति व कामेच्छा (Libido) में बढौतरी होती हैं-
(इसके सेवन के लिए चांदी के गिलास में गर्म दूध में कंदर्प पिष्टी कल्प मिलाकर दो मिनट अवश्य रखें तथा उसके बाद इसका सेवन करें)
2- दो चम्मच की मात्रा में जौ की खीर में पकाकर खाने से शरीर पुष्ट होता है, शारीरिक बल बढ़ता है तथा दुबलापन दूर होता है-
कंदर्प पिष्टी कल्प (Kandarp Pishti Kalp) के अन्य लाभ-
1- स्त्रियों में आई दुर्बलता (Infirmity), कमर दर्द तथा कमजोरी में मखाने की खीर में कंदर्प पिष्टी कल्प को 5 से 10 ग्राम की मात्रा में पकाकर खाने से लाभ मिलता है-
2- वृद्धों में उम्र बढ़ने के साथ-साथ आई हुई कमजोरी (Weakness) में कंदर्प पिष्टी कल्प (Kandarp Pishti Kalp) को दूध तथा घी में पकाकर राब बनाकर पीने से वृद्धावस्था या जरावस्था से उत्पन्न समस्याए नष्ट होती है तथा शरीर में बल वृधि होती है-
3- कंदर्प पिष्टी कल्प सेवन बच्चों को कराना हो तो इस पाक की मात्रा से 8 से 10 गुना आटे में कंदर्प पिष्टी कल्प को मिलाकर लड्डू या बर्फी बनाकर खिलाने से इस पाक के फायदे बच्चों को भी बहुत होते हैं हड्डियां व स्नायु मजबूत बनते हैं शरीर पुष्ट बनता है व तंदुरुस्ती (Health) बनी रहती है तथा बच्चों का विकास (Growth) भी अच्छे से होता हैं-
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किसी भी लेख को पढ़ने के बाद अपने निकटवर्ती डॉक्टर या वैद्य के परमर्श के अनुसार ही प्रयोग करें- धन्यवाद।
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