Try This When Thorn or Glass Pierced in Your Body
आपको एक ऐसे पौधे के बारे में बता रहे है जिसके बारे में शायद कम लोग ही जानते है जी हाँ इस पौधे का नाम अग्नि-शिखा (Agnishikha) विष का नाश करती है इसे कलियारी और लांगुली नाम से भी जानते हैं इस पौधे के नीचे कन्द होते हैं जो वास्तव में औषधीय गुणों से परिपूर्ण हैं-
कहीं काँटा चुभ गया है या कांच चुभ गया है जो कि निकल नहीं रहा है तो अग्नि-शिखा (Agnishikha) का कंद घिसकर उस पर लेप कर दें वह कुछ दिनों में अपने आप बाहर आ जाएगा स्त्री के डिलेवरी (Delivery) के समय नाभि पर इसके कन्द का लेप करें तो बहुत आसानी से डिलेवरी हो जाती है-
अग्नि-शिखा (Agnishikha) के कन्द का लेप लोकल एनस्थीसिया (Local Anaesthesia) का काम भी काम बखूबी करता है अगर दाँयी जांघ में दर्द है तो बाँये हाथ के अंगूठे की जड़ में इसका कन्द घिसकर लेप करें तो दर्द में आराम मिलता है-
सांप के काटने पर आप कटे हुए स्थान पर अग्नि-शिखा (Agnishikha) के कन्द के चूर्ण को बुरक दें-किसी भी घाव पर इसका चूर्ण बुरकने से वह बहुत जल्दी भरता है वास्तव में ये कमाल का पौधा है इसके फूल वर्षा ऋतू के आसपास आते है-आप इसे गमले में भी लगा सकते है-
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किसी भी लेख को पढ़ने के बाद अपने निकटवर्ती डॉक्टर या वैद्य के परमर्श के अनुसार ही प्रयोग करें- धन्यवाद।
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Chetna Kanchan Bhagat Mumbai
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